TNF- 13 June 2025, 16:20
हार्ट अटैक के समय हर मिनट कीमती होता है, डॉक्टर ने बताया ‘गोल्डन टाइम ‘ कैसे बचा सकता है जान-
Heart Attack की वजह से हर साल काफी लोग समय पर इलाज न मिलने के कारन अपनी जान गवांते हैं। इस बीच अक्सर शब्द सुनाई देता है- Golden Hour जो जिंदगी और मौत के बीच का वो पहला एक घंटा है जब हार्ट अटैक के लक्षण की शुरुवात होती है । अगर इस वक्त सही मेडिकल मदद मिल जाए तो मरीज को मौत के मुंह से वापस खींच ला सकते है |
डॉ. वैभव मिश्रा (सीनियर डायरेक्टर – कार्डियक साइंसेज, मैक्स हॉस्पिटल, नई दिल्ली) के अनुसार यह वो शुरुआती एक घंटा है जब हार्ट अटैक के लक्षण पहली बार नजर आते हैं। ऐसे में, अगर इस कीमती घंटे के अंदर मरीज को सही मेडिकल हेल्प मिल जाए, तो उसकी जान बचने की संभावना बहुत बढ़ जाती है।
हार्ट अटैक के समय हमारा शरीर कई खास संकेत देता है, जिसे बिल्कुल भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए –
सीने में तेज दर्द: अक्सर यह दर्द बीच छाती में होता है और बाएं हाथ, गर्दन या जबड़े तक फैल सकता है।
सांस लेने में दिक्कत : ऐसा महसूस हो सकता है जैसे सांस अटक रही है या पूरी हवा नहीं मिल पा रही है।
पसीना आना: अचानक बहुत ज्यादा पसीना आना, तब जब गर्मी न हो।
घबराहट और थकान: बिना कुछ किए अचानक बहुत ज्यादा घबराहट होने लगे और जरूरत से ज्यादा थकान महसूस हो ।
अफसोस की बात यह है कि हमारे देश में लोग इन लक्षणों को गैस या सामान्य कमजोरी मानकर टाल जाते हैं। इस देरी से स्थिति और खतरनाक हो जाती है और जान का खतरा बढ़ जाता है।
तुरंत क्या करना है जरूरी –
इस गंभीर खतरे से निपटने का एक ही उपाय है- टाइम पर पहचान और टाइम से इलाज। इसके लिए कुछ बातों का ख्याल रखना जरूरी है:
तुरंत एम्बुलेंस को कॉल करें : अगर आपको या आस-पास किसी को भी दिल के दौरे के लक्षण पता चले , तो बिना देर किए एम्बुलेंस को कॉल करें।
फर्स्ट एड की जानकारी : कुछ बेसिक फर्स्ट एड के बारे में जानकारी जरूरी है, जैसे कि मरीज को आरामदायक स्थिति में लिटाना।
नजदीकी अस्पताल: पहले से पता होना चाहिए कि आपके घर के पास या ऑफिस के पास कौन-सा अस्पताल है जहां दिल के दौरे का इलाज हो जाता है।
सीपीआर की ट्रेनिंग: सीपीआर एक जीवन बचने की तकनीक है जो दिल का दौरा होने पर मरीज की सांस और धड़कन को चालू रखने में मदद कर सकती है। ज्यादा से ज्यादा लोगों को इसकी ट्रेनिंग लेनी चाहिए।
जागरूकता ही है समाधान –
सरकार, स्वास्थ्य विभाग और हम सब को मिलकर हार्ट अटैक और ‘गोल्डन ऑवर’ के बारे में सबको जागरूक करना होगा । जब सब इस खतरे की गंभीरता और समय पर सही कदम उठाने के महत्व को जानेंगे , तभी हम इस गंभीर समस्या को काफी हद तक रोक पाएंगे और कीमती जानें बचा पाएंगे। याद रखें, हार्ट अटैक में हर मिनट कीमती होता है। सही समय पर सही कदम उठाकर हम किसी की जान बचा सकते हैं।


